कोयला फैक्ट्रियों की वजह से पर्यावरण को नुकसान, प्रदूषण से कई शहरों में गिर रही काली बर्फ
मॉस्को. रूस के साइबेरिया में पर्यावरण की स्थिति लगातार बिगड़ रहा है। कुछ ही हफ्तों पहले यहां सामान्य सफेद बर्फ की जगह गहरे काले रंग की बर्फ गिरना शुरू हो गई। इसके चलते लोगों में किसी प्राकृतिक आपदा को लेकर डर बैठ गया। पुलिस ने इस मामले की जांच भी शुरू कर दी। हालांकि, इसमें सामने आया कि काली बर्फ के पीछे कोई साजिश या आपदा नहीं, बल्कि कुजबास इलाके में मौजूद एक कोयला फैक्ट्री है, जिसका अनफिल्टर्ड धुआं और प्रदूषक पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे थे।
बंद की गई फैक्ट्री
इस मामले के सामने आने के बाद कुजबास के गवर्नर ने फैक्ट्री को अस्थाई तौर पर बंद करने के निर्देश जारी कर दिए। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, फैक्ट्री लंबे समय से प्रदूषकों को खत्म करने के मानकों को पालन नहीं कर रही थी। न ही धुएं को ठीक से फिल्टर किया जा रहा था और न ही इसके कचरे को नष्ट किया जा रहा है।
बच्चों पर पड़ रहा बुरा असर
रूस के पेरवरास्क शहर में तो प्रदूषण के हालात और भी गंभीर हैं। यहां कई दिनों से हरे रंग की बर्फ गिर रही है, जिससे बच्चों को अलग-अलग तरह की स्वास्थ्य दिक्कतों से गुजरना पड़ रहा है। कई बच्चों को इन हालातों में सांस लेने में दिक्कत, कफ की परेशानी हुई तो वहीं कुछ और बच्चों का शरीर पूरी तरह लाल पड़ गया। साथ ही कुछ के चेहरे पर निशान पड़ना भी शुरू हो गए। इसके पीछे लोगों ने पास की केमिकल फैक्ट्री को जिम्मेदार ठहराया है।
ट्रम्प से हो रही पुतिन की तुलना
रूस में लोग इसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की नाकामी भी मान रहे हैं। कई पर्यावरण संगठन सड़कों पर उतरकर इस स्थिति पर सरकार का ध्यान खींचने के लिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी यूजर्स ने इसे पुतिन की छवि के लिए बड़ा नुकसान बताया। कुछ लोग उनकी तुलनाअमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से कर रहे हैं, जो पहले ही जलवायु परिवर्तन पर अपने विचार को लेकर कार्यकर्ताओं के निशाने पर रहे हैं।
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Source: bhaskar international story