मलेशिया में जाकिर नाइक के भाषणों पर बैन, सात राज्य भी प्रतिबंध लगा चुके
कुआलालंपुर. मलेशियाई सरकार ने इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को किसी भी नस्लीय राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने और भड़काऊ भाषण देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा मलेशिया के मेलका राज्य ने भी जाकिर के भाषणों पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसा करने वाला वह देश का सातवां राज्य बन गया है। हाल ही में नाइक ने कहा था कि मलेशिया में हिंदुओं को भारत के मुस्लिमों के मुकाबले 100 गुना ज्यादा अधिकार मिले हैं।
मेलका के मुख्यमंत्री अदली जहारी ने रविवार को कहा था कि जाकिर अब राज्य में किसी भी प्रकार के धार्मिक कार्यक्रम में भाषण नहीं दे सकेगा। हम सभी के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं, इसलिए हमने यह निर्णय लिया है।
मलेशिया के गृह मंत्री मुहीद्दीन यासीन ने रविवार को कहा था कि हम जाकिर के बयान को नस्लीय भेदभाव और संवेदनशील मामला मानते हैं। लिहाजा पुलिस ने जाकिर को पूछताछ के लिए बुलाया था। हाल ही में मलेशियन अथॉरिटी ने हिंदू और चीनीके खिलाफ भाषण देने के मामले में जाकिर को समन भेजा था। मलेशिया में जाकिर के खिलाफ यह दूसरी बार समन भेजा गया।
मलेशिया की जनसंख्या करीब 3 करोड़ 20 लाख है। इसमें 60% मुसलमान हैं। देश में हिंदू समुदाय भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। यहां की राजनीति और कारोबार में भी हिंदुओं का काफी प्रभाव है। ऐसे में जाकिर का बयान दोनों समुदायों के लिए भड़काऊ माना जा रहा है।
मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद पहले नाइक के प्रत्यर्पण से इनकार कर चुके हैं लेकिन अब इस इस्लामिक धर्मगुरू का वहां विरोध तेज हो गया है। महातिर ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जाकिर को भारत न भेजने की बात कही थी, हालांकि उन्होंने कहा था कि अगर कोई और देश जाकिर को लेना करना चाहता है तो उसका स्वागत है।
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Source: bhaskar international story