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अंतरिक्ष की ज्ञात सीमाओं के पार निकला स्पेसक्राफ्ट, पृथ्वी बनने की प्रक्रिया पर करेगा रिसर्च - Update Every Time
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अंतरिक्ष की ज्ञात सीमाओं के पार निकला स्पेसक्राफ्ट, पृथ्वी बनने की प्रक्रिया पर करेगा रिसर्च



टैम्पा. नासा का अंतरिक्ष यान ‘न्यू होराइजन्स’ नए साल में ब्रह्मांड की अभी तक ज्ञात सभी सीमाओं को पार कर गया है। भारतीय समयानुसार सुबह 11:03 बजे न्यू होराइजन्स कुईपर बेल्ट (ब्रह्मांड की सीमाओं से आगे का स्थान) पर पहुंच गया। अमेरिका के मैरीलैंड में स्थित जॉन हॉपकिन्स अप्लायड फिजिक्स लैब के मुताबिक, नासा का यह अंतरिक्ष यान अभी पृथ्वी से करीब 6.4 अरब किमी दूर है। अल्टिमा थुले में पहुंचकर अब यह यान इस बात की जानकारी जुटाएगा कि धरती के वायुमंडल का निर्माण कैसे हुआ है।

कुईपर बेल्ट में छिपे हैं ग्रहों के बनने के राज

दरअसल, अंतरिक्ष के आठ ग्रहों के आगे के विराट और अत्यंत ठंडे क्षेत्र में ही इस बात का राज छिपा है कि 4.5 अरब वर्ष पहले हमारा सौर परिवार कैसे अस्तित्व में आया। यानी सूर्य व अन्य ग्रह कैसे अस्तित्व में आए थे। वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष के दूर के बिंदू मेंमौजूद एक ऑब्जेक्ट ‘अल्टिमा थुले’ को स्पेसक्राफ्ट का लक्ष्य बनाया है। न्यू होराइजन का लक्ष्य 19 से 35 किमी लंबे क्षेत्र की पड़ताल करना ही है।

पहला वीडियो आने में लगेंगे 10 घंटे

वैज्ञानिकों को अभी न्यू होराइजन के पहले वीडियो का इंतजार है। दरअसल, इतनी दूरी पर स्थित अंतरिक्ष यान तक सिग्नल पहुंचने में 6 घंटे से भी ज्यादा का समय लगता है। साथ ही सिग्नल की प्रतिक्रिया आने में 6 और घंटे खर्च होते हैं। स्पेसक्राफ्ट के पहले सिग्नल करीब 10 घंटे में आने की उम्मीद जताई गई है। इसके बाद ही नासा को पता चलेगा कि न्यू होराइजन अभी ठीक हालत में है या नहीं।

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अमेरिकी समयानुसार 12:33 बजे न्यू होराइजन्स के अंतरिक्ष की ज्ञात सीमा पार करने के बाद खुशी मनाते बच्चे।


न्यू होराइजन्स से पहला सिग्नल मिलने में 10 से ज्यादा घंटे का समय लग सकता है।

Source: bhaskar international story