आबादी बढ़ाने की कवायद, कस्बों में बसने वाले विदेशियों को 7 लाख रुपए देने का ऑफर
रोम. इटली के कई गांव अपने यहां विदेशियों को बसाने की मुहिम में जुटे हैं। इसके लिए नए-नए ऑफर दिए जा रहे हैं। एक कस्बे ने ऑफर दिया है कि वहां बसने वाले हर विदेशी को 10 हजार डॉलर (करीब सवा 7 लाख रुपए) दिए जाएंगे। एक अन्य गांव ने कहा है कि उनके यहां आने वाले दंपती को प्रति बच्चे के हिसाब से एक हजार डॉलर (करीब 71 हजार रुपए) दिया जाएगा।
इटली में स्थानीय संपत्ति को लेकर कानून में काफी पेचीदगी है। यह एक ऐसी जगह है जहां विदेशियों को लेकर काफी अस्पष्ट दृष्टिकोण है। अफ्रीका और मिडिल ईस्ट से आने वाले आर्थिक प्रवासियों के प्रति राजनीतिक दुश्मनी से यही उजागर होता है।
पीडमॉन्ट के एक छोटे से गांव लोकाना ने ऐलान किया है कि उनके गांव में बसने वालों को तीन साल तक सवा सात लाख रुपए दिए जाएंगे। अगर दंपती का एक बच्चा है तो उन्हें सालाना 6 हजार यूरो (करीब 5 लाख रुपए) भी दिए जाएंगे। पीडमॉन्ट फ्रांस और स्विट्जरलैंड की सीमा पर स्थित है।
लोकाना के मेयर जियोवानी ब्रूनो मेतिए कहते हैं कि हमारी जनसंख्या लगातार कम हो रही है। 1900 की शुरुआत में 7 हजार से ज्यादा लोग रहते थे। 1500 लोग बाहर काम करने चले गए। बच्चों की कम संख्या के चलते स्कूल बंद होने की कगार पर आ गए हैं और हम कुछ नहीं कर पा रहे।
लोकाना में हर साल करीब 40 लोगों की मौत होती है, जबकि केवल 10 बच्चे पैदा होते हैं। 30 साल से इटली के गांवों की कमोबेश यही स्थिति है। हर चार में से एक गांव घोस्ट टाउन (भुतहा) बन चुका है। 139 गांवों में 150 से भी कम लोग बचे हैं।
मेतिए ने पहले इटली में रहने वाले विदेशियों को ही ऑफर दिया था लेकिन अब गांव बचाने के लिए उन्होंने विदेशों में रहने वाले नॉन-इतालवी लोगों को भी ऑफर में शामिल किया है। मेतिए के मुताबिक- हमारे यहां बंद पड़ी दुकानें, रेस्त्रां और बुटिक नए लोगों का इंतजार कर रहे हैं।
एक अन्य कस्बे बॉर्गोमेजवेल ने भी लोगों को बसाने के लिए ऑफर दिया है। यहां करीब 320 लोग रह रहे हैं। यहां बंद पड़े कॉटेज को एक डॉलर में बेचने की योजना पेश की गई है। साथ ही यहां आकर परिवार शुरू करने वालों अतिरिक्त पैसा भी दिया जाएगा।
बॉर्गोमेजवेल के मेयर अलबर्टो प्रियोनी के मुताबिक, ‘”निवेश करने के लिए हमें काफी पैसा मिल चुका है, लेकिन हमें बच्चों और युवाओं की जरूरत है। पैदा होने वाले हर बच्चे को 71 हजार रुपए और नया बिजनेस शुरू करने वाले को 1.62 लाख रुपए दिए जाएंगे। हमारे यहां टैक्स काफी कम है और छात्रों के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट फ्री है।’’
दक्षिण पुगलिया के केंडेला कस्बे ने बसने के लिए 2 हजार यूरो का ऑफर दिया था। पू्र्व मेयर निकोला गाता ने बताया था कि उनके यहां कई देशों के विभिन्न उम्र वर्ग और प्रोफेशन के लोग आ चुके हैं। सार्डीनिया के ओलोलाई कस्बे में 1 यूरो में घर बेचने के ऑफर से अब तक कई घर बेचे जा चुके हैं। 6 रेनोवेट हो रहे हैं और 20 जल्द ही नए मालिकों को दिए जाएंगे।
वहीं रोम की लुइस यूनिवर्सिटी में इतिहास के प्रोफेसर आंद्रिया उंगारी कहते हैं कि यह सब कम समय के लिए तो काफी अच्छा है। विदेशी इटली की खूबसूरती से प्यार करते हैं, वे यहां छुट्टियां मनाने आना चाहते हैं। लेकिन आप किसी को यहां बसाना चाहते हैं तो इसके लिए मूलभूत सुविधाएं देनी होंगी।
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Source: bhaskar international story