चीन ने बख्तरबंद गाड़ियों में सेना को भेजा, तीन बड़े नेता गिरफ्तार हुए; सबसे बड़ी रैली रद्द
हांगकांग.हांगकांग में प्रत्यर्पण बिल को खत्म करने के लिए आंदोलन में अब तक की सबसे बड़ी रैली शनिवार को रखी गई थी। इससे डरकर चीन ने पहले बख्तरबंद गाड़ियों में सेना को हांगकांग भेजा। फिर शुक्रवार को आंदोलन के तीन बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में दो को रिहा कर दिया गया। यह कार्रवाई शनिवार को लोकतंत्र समर्थकों द्वारा प्रस्तावित रैली को लेकर की गई।
हालांकि प्रदर्शनकारियों ने रैली रद्द कर दी। दरअसल शनिवार को हांगकांग पर चीन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को 5 साल पूरे हो गए। इसमें तय हुआ था कि हांगकांग की चुनावों पर नियंत्रण चीन का होगा। 31 अगस्त 2014 में इसे लेकर नए चुनाव कानून लागू किए। इसके विरोध में ही अंब्रेला आंदोलन शुरू हुआ था। इसका नेतृत्व जोशुआ वोंग समेत युवा नेताओं ने किया था।
हांगकांग आजादी आंदोलन के तीन बड़े किरदार
- जोशुआ वोंग (22 साल):डेमोसिस्टो पार्टी प्रमुख, अंब्रैला आंदोलन के प्रमुख नेता। इसके लिए वांग 2018 में नोबल के शांति पुरस्कार के लिए नामित हुए थे।
- एग्नेस चाउ (22 साल):डेमोसिस्टो पार्टी सदस्य, 2018 में इनके चुनाव लड़ने पर बैन लगा दिया गया था। अंब्रेला आंदोलन से चर्चा में आई थीं।
- एंडी चान (28 साल):नेशनलिस्ट पार्टी के संस्थापक, आजादी की मांग पर इनकी पार्टी को पिछले सितंबर में बैन किया था। (इन्हें जमानत नहीं मिली)
2014 में 79 दिन तक चला था अंब्रेला प्रोटेस्ट
सिंतबर 2014 में नए नियमों के विरोध स्टूडेंट यूनियनों ने आंदोलन शुरू किया। ये लोग पीले बैंड और छाते लेकर आए थे। इसलिए इसे येलो अंब्रेला प्रोटेस्ट नाम दिया गया। उस समय 79 दिन तक चले प्रदर्शन के दौरान कई क्षेत्रों में स्थिति खराब हो गई थी। वोंग आंदोलन के पोस्टर बॉय थे। इसलिए चीन वोंग से घबराया हुआ है।
अब तक 900 लोग गिरफ्तार
तस्वीर हांगकांग के चेटर हाउस की है। शुक्रवार को यहां नो टियर गैस रैली हुई। बताया जा रहा है कि चीन ने हांगकांग को लेकर ‘ज्यादा गिरफ्तारियां करना और कोई रियायत न देना’ की नीति बनाई है। वोंग ने भी रिहाई के बाद कहा था कि यह कार्रवाई जिनपिंग के आदेश पर की गई है। हांगकांग में जून से अब तक 900 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
(द न्यूयॉर्क टाइम्स से दैनिक भास्कर के विशेष अनुबंध के तहत)
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Source: bhaskar international story