प्राणायाम से बच्चों की मानसिक सेहत सुधारने की कोशिश, पाठ्यक्रम में जोड़ा नया विषय
लंदन. इंग्लैंड सरकार ने छात्रों के मानसिक विकास के लिए स्कूल के पाठ्यक्रम में माइंडफुलनेस नाम का एक नया विषयजोड़ा है। इसके तहत उन्हें प्राणायाम सिखाया जाएगा। इसेस उनका मन शांत रहेगा। इस विषय के तहत उन्हें आराम करने और होशियार बनने की तकनीक भी सिखाई जाएगी। इसे शुरुआती तौर परदेशभर के 370 स्कूलों में इसे शुरू किया जा रहा है।
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दावा है कि स्कूल में बच्चों कीमानसिक सेहत का ध्यान रखने के लिए शुरू किया गया यह दुनिया का सबसे बड़ा ट्रायल है। इसका मकसद स्कूल प्रशासन को बच्चों के संपूर्ण स्वास्थ्य विकास के लिए तैयार करना है।
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इंग्लैंड सरकार इस मेंटल हेल्थ ट्रायल को 2021 तक चलाएगी। उम्मीद की जा रही है कि इससे मिलने वाले नतीजे सभी स्कूलों के पाठ्यक्रम में सकरात्मक बदलाव कराएंगे, जिससे बच्चों की मानसिक स्थिति बेहतर होगी।
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इंग्लैंड के शिक्षा मंत्री डेमियन हिंड्स के मुताबिक, ‘‘एक समाज के तौर पर अब हम अपनी परेशानियों के बारे में ज्यादा खुले हैं। हालांकि, इसी बीच बच्चों पर दबाव भी बढ़ा है, जिससे निपटने का तरीका उन्हें नहीं पता। स्कूलों और टीचरों के पास भी उनकी परेशानी खत्म करने का कोई खास तरीका नहीं है। लेकिन हमें लगता है कि वे बच्चों की जिंदगी में एक खास किरदार निभाते हैं। इसलिए हमने पाठ्यक्रम मेंनया विषयजोड़ा है।’’
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एक्सपर्ट्स ने सरकार द्वारा बच्चों की मानसिक स्थिति को समझने और बेहतर करने के लिए शुरू किए गए इस कार्यक्रम की तारीफ की है। एक्शन फॉर चाइल्ड संस्था में पॉलिसी डायरेक्टर इमरान हुसैन के मुताबिक, इससे छोटी उम्र में ही छात्रों की व्यग्रता, दर्द और मनोव्यथा को समझा जा सकेगा।
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Source: bhaskar international story