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फेल्प्स से हारकर ओलिंपिक में नहीं जा पाए थे क्रिस, चैंम्पियन बनाने के लिए 5 स्वीमिंग स्कूल खोले



वॉशिंगटन. क्रिस देजॉन्ग जबर्दस्त तैराक हैं। 2008 में बीजिंग ओलिंपिक में जाना चाहते थे। इसके लिए उन्हें क्वालिफाइंग राउंड में माइकल फेल्प्स को हराना था या उनकी बराबरी करनी थी,लेकिन क्रिस, फेल्प्स से सेकंड के तीसवें हिस्से से पिछड़कर पांचवें स्थान पर आए और ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाए। हारकर भी क्रिस ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। चैंम्पियन तैराक बनाने के लिए अब क्रिस 5 तैराकी स्कूल चला रहे हैं।

‘पता लग गया था कि तैराकी में करियर खत्म हो गया’
2008 में क्रिस 24 साल के थे। उन्होंने बताया कि हारने के बाद मुझे अहसास हो गया था कि मेरा तैराकी का करियर खत्म हो गया। मुझे यह पता ही नहीं था कि आगे क्या करूंगा। वह समय काफी कठिन और भ्रमित करने वाला था। 2012 में क्रिस ने बच्चों को तैराकी सिखाने के लिए बिग ब्लू स्विम स्कूल खोला। शिकागो में इस स्कूल की पांच शाखाएं चल रही हैं। क्रिस की अगले 10 साल में पूरे देश में 400 ऐसे स्कूल खोलने की योजना है।

‘ओलिंपिक में गया होता तो बिजनेस शुरू नहीं करता’
क्रिस के मुताबिक- सच्चाई तो यह है कि अगर मेरा सिलेक्शनबीजिंग ओलिंपिक के लिए हो गया होता तो मैं स्पोर्ट्स को बिजनेस के लिए नहीं चुनता। मैं मिशिगन झील के पास स्थित एक छोटे से शहर से हूं। बचपन में मैं सारा दिन तैरा करता था। 8 साल की उम्र से तैराकी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। कई साल प्रोफेशनली तैराक रहने के बाद भी यह नहीं सोचा था कि स्वीमिंग ही मेरा बिजनेस होगा।

3 से 5 साल के बच्चों को स्कूल में लेते हैं
क्रिस अपने स्कूल में 3 से 5 साल के बच्चों को एडमिशन देते हैं। उपनगरीय इलाकों में सिखाने के लिए क्रिस किसी स्वीमिंग पूल को किराए से दे देते हैं। क्रिस का काफी नाम है, लिहाजा अभिभावक बच्चों के तैराकी के गुर सीखने के लिए भेजने पर तुरंत राजी हो जाते हैं। तैराकी सिखाने के लिए क्रिस ने अपने एक दोस्त जॉन लोनरगैन को भी रखा है। हफ्ते में दो दिन सिखाने के लिए वह 20 डॉलर (करीब 1500 रुपए) लेते हैं। क्रिस करीब 600 बच्चों को ट्रेनिंग दे रहे हैं।

बिजनेस बढ़ाने के लिए क्रिस कुछ पार्टनर्स तलाश रहे हैं। कुछ अभिभावकों ने भी स्वीमिंग बनवाने में निवेशक बनने की इच्छा जताई है। क्रिस के मुताबिक- हमारी ट्रेनिंग के तरीके के अभिभावक भी फैन हैं। हम बच्चों को महज तैरना नहीं सिखाते, हमारा मकसद होता है कि 10 क्लास में ही बच्चा अकेले पूल पार करने काबिल हो जाए। हाल ही में शिकागो के रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के फाइनेंस चेयरमैन टॉड रिकेट्स समेत कुछ लोगों ने 1.2 मिलियन डॉलर (करीब साढ़े 8 करोड़ रु.) दिए हैं।

सुविधाओं का ध्यान रखते हैं
क्रिस के मुताबिक- हमारे पूल इस तरह के होते हैं कि बच्चों को ठंड न लगे। जमीन पर एंटी-माइक्रोबियल (कीटरोधी) कारपेट बिछा रहता है, ताकि बच्चों को गिरने पर चोट न लगे और शोर न हो। चूंकि यहां बच्चों के माता-पिता भी आते हैं, इसलिए पूल एरिया में एयरकंडीशंड और वाई-फाई भी दिया जाता है। हमारी कंपनी ने सॉफ्टवेयर लैसन बडी भी बनाया है, जिसमें अभिभावक बच्चे का शेड्यूल और उसकी प्रोग्रेस देख सकते हैं

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क्रिस देजॉन्ग।


क्रिस देजॉन्ग का स्वीमिंग स्कूल।


स्वीमिंग स्कूल में बच्चों की ट्रेनिंग।


क्रिस देजॉन्ग (बाएं) और माइकल फेल्प्स (एकदम दाएं)।

Source: bhaskar international story