बैरे और रसोइए के वेश में घूम रहे अफसर, ताकि रोजे न रखने वाले मुस्लिमों को पकड़ सकें
कुआलालंपुर. मलेशिया में पवित्र महीने रमजान में रोजे नहीं रखने वाले मुस्लिमों को पकड़ा जा रहा है। मलेशियाई कानून निदेशालय के करीब 34 अफसर इस कार्रवाई में लगे हैं। अधिकारियों को200 होटल, रेस्त्रां में बैरे और रसोइए के वेश में तैनात किया गया है। वे लोगों के लिए गर्म पानी, दूध, चाय के अलावा कई स्थानीय व्यंजनों को सर्व करने का नाटक भी कर रहे हैं।
जैसे ही कोई कस्टमर खाने का आर्डर देता है, वे उसकी गुप्त तरीके से फोटो ले लेते हैं। अधिकारियों को उम्मीद हैं कि रोजा नहीं रखने वाले लोग फूड स्टॉल्स पर पकड़े जा सकते हैं। मलेशिया में रोजा नहीं रखने वालों को 6 महीने की जेल या फिर जुर्माने का प्रावधान है।
निगरानी में 185 स्टॉल
जोहार राज्य के सेगमेट जिले में 15 जगहें चिन्हितहैं। यहां पर करीब 185 दुकानों को फूड लाइसेंस दिया गया है।इन जगहों पर दिन के समय खाना और पानी लेने वालों का रिकॉर्ड रखा जा रहा है। इसकी जानकारी स्थानीय धार्मिक परिषद को भेजी जा रही है कि कौन से लोग रोजा रख रहे हैं और कौन नहीं।
धर्म परिषद को भेजें तस्वीरें
सेगमेट नगर परिषद के अध्यक्ष मोहम्मद मसनी वकीमन के मुताबिक- अधिकारियों को कहा है किली गई गुप्त फोटोको तत्काल इस्लाम धर्म परिषद के पास भेजा जाए। सभी लाइसेंसधारी फूड स्टॉल को भी एमपीएस कानून का पालन करने को कहा है। इस कानून के तहत दुकानों को सीसीटीवी औरअन्य तरह कीनिगरानी में रखा जाना अनिवार्य है।
‘रोजे के वक्त खाना-पीना धर्म का अपमान’
वकीमन ने यह भी कहा, ‘‘यह मामला घर से बाहर खाने का नहीं है, लेकिन रमजान में दिन के समय खाने का है। मुस्लिमों को रोजे रखना है। वे रोजे छोड़कर यदि खाने-पीने के मजे उड़ा रहे हैं, तो यह धर्म का अपमान है।’’
निगरानी शर्मनाक है: महिला समूह
पुलिस द्वारा गुप्त रूप से लोगों के खाने-पीने की निगरानी किए जाने का विरोध भी हो रहा है। मुस्लिम महिला अधिकार समूह की दो बहनों ने इसे शर्मनाक बताया है। साथ ही मांग की कि सभी राजनीतिक पार्टियां ऐसी कार्रवाई का विरोध करें।
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Source: bhaskar international story