भाई को बचाने के लिए आग में झुलसी 12 साल की जिमो, 5 दिन बाद जिंदगी की जंग हारी
हुनान.बचपन से ही चेन जिमो अपनी जिम्मेदारियों को भली भांति समझने लगी थी। 12 साल की उम्र में वह इतनी समझदार हो गई कि जब घर में आ लगी तो उसने छोटे भाई मोजी को बचाने के लिए खुद को न्यौक्षावर कर दिया। पिता चेन हो का कहना है कि जिमो अगर खुद पर कंबल ढक लेती तो आज जिंदा होती, लेकिन भाई को आग से बचाने के लिए उसने उसे अपने नीचे दबा लिया।
हुनान प्रांत के छेंगदे में स्थित जिमो के घर में 22 फरवरी की सुबह आग लगी। उस समय वह अपने छोटे भाई के साथ सो रही थी। पिता चेन हो को जब आग का पता चला तो उन्होंने बेटे और बेटी की सुध ली। दोनों अपने कमरे में अचेत थे।
इलाज के लिए मोजी और उसकी बहन जिमो को अस्पताल ले जाया गया। जिमो 55 फीसदी तक जल चुकी थी, जबकि मोजी का शरीर 28 फीसदी झुलसा था। जिमो ने पांच दिन तक मौत से संघर्ष किया। लेकिन आखिर में वह हार गई।
पिता चेन हो का कहना है कि जिमो बचपन से ही जिम्मेदारियों को समझने लगी थी। चार साल की उम्र से वह अकेले रहना सीख गई थी, क्योंकि वह खुद व्यवसाय करते हैं तो उनकी पत्नी रात की शिफ्ट में नर्स का काम करती हैं। छोटे भाई का जन्म हुआ तो जिमो उसकी भी देखभाल करने लगी।
हादसे के बाद चेन हो ने अस्पताल का बिल चुकाने के लिए सात घंटे में लगभग 1 करोड़ पांच लाख रुपये (10 लाख युआन) का ऑनलाइन फंड एकत्र किया। उनका कहना है कि मोजी के ऑपरेशन का बिल चुकाने के बाद जो रकम बचेगी उसका इस्तेमाल वह चैरिटी में करेंगे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story