भारतीय नागरिक को स्टार ऑफ येरुशलम मेडल, बाबा फरीद के स्मारक की देखरेख करते हैं अंसारी
यरुशलम. फिलीस्तीन सरकार ने भारतीय मूल के शेख मोहम्मद मुनीर अंसारी को स्टार ऑफ येरुशलम मेडल से सम्मानित किया है। यहां किसी भी विदेशी नागरिक को मिलने वाला यह सबसे बड़ा सम्मान है। फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महमौद अब्बास ने कहा कि अंसारी और उनके परिवार की येरुशलम में मौजूदगी से दिखता है कि संस्कृति के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच कितने घनिष्ठ संबंध हैं।
अब्बास ने कहा कि फिलीस्तीन-भारत के संबंधों को और घनिष्ठ बनाने के लिए वे अपने प्रधानमंत्री मोहम्मद श्टायेह को जल्दी भारत रवाना करेंगे। उनका कहना है कि इससे भारतीय टूरिस्टों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।
शेख मुनीर अंसारी भारतीय स्मारक के निदेशक हैं। येरुशलम में स्थित यह स्मारक पिछले 800 सालों से एक तीर्थस्थल के रूप में प्रसिद्ध है। फिलीस्तीन में यह भारतीय संस्कृति का भी प्रतीक है। अंसारी का परिवार 1924 से इस स्मारक की देखरेख कर रहा है। 2011 में भारत सरकार ने अंसारी को प्रवासी सम्मान दिवस पुरस्कार दिया था।
12वीं सदी में पंजाब के सूफी संत बाबा फरीद येरुशलम आए थे। जहां अब यह स्मारक स्थित है, वहां उन्होंने 40 दिनों तक ध्यान लगाया था। उसके बाद से यह जगह एक स्मारक में तब्दील हो गई।
भारत से येरुशलम जाने वाली हर बड़ी शख्सियत इस स्मारक का दौरा जरूर करती है। भारत का विदेश मंत्रालय इस स्मारक की मरम्मत इत्यादि के लिए आर्थिक सहायता भी मुहैया कराता है।
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Source: bhaskar international story