महंगाई ने तोड़ा पिछले 6 साल का रिकॉर्ड; पेट्रोल-डीजल के दाम 6 रु लीटर तक बढ़े
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में लगातार बढ़ रही महंगाई की वजह से आम जनता का जीना मुहाल हो गया है। हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक महंगाई ने बीते 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और मुद्रास्फीति की दर बढ़कर दो अंकों में पहुंच गई है। जुलाई महीने में मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 10.34 प्रतिशत हो गई है। ये बीते छह सालों में मुद्रास्फीति में आया सबसे बड़ा उछाल है। बढ़ती महंगाई के पीछे पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में लगातार हो रही वृद्धि को जिम्मेदार माना जा रहा है। बुधवार को भी पेट्रोल और डीजल के दामों में 5 रु से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई।
पाकिस्तानी अखबार डॉन ने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि जुलाई महीने में CPI (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) पर आधारित महंगाई दर बढ़कर 10.34 प्रतिशत हो गई। जबकि जून में वो 8.9 प्रतिशत ही थी। वहीं पिछले साल जुलाई में तो ये सिर्फ 5.84 प्रतिशत पर थी।
देश में बीते कुछ महीनों से पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतेंलगातार बढ़ रही हैं, इसके अलावाबिजली और गैस की दरों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। इसी को बढ़ती महंगाई के पीछे की वजह माना जा रहा है। सरकार को आगे भी महंगाई बढ़ने की आशंका है, इसी वजह से उसने वित्तवर्ष 2019-20 के लिए मुद्रास्फीति की दर 11 से बढ़कर 13 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान लगाया है।
आसमान छू रहे पेट्रोल-डीजल के दाम
देश में सभी पेट्रोलियम पदार्थों के भाव लगातार बढ़ रहे हैं, इस दौरान बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दाम क्रमशः 5.15 pkr और 5.65 pkr प्रति लीटर बढ़कर 117.83 रु/लीटर (पेट्रोल) और 132.4 रु/लीटर (डीजल) पहुंच गए। इसके अलावा केरोसिन और लाइट डीजल के दामों में भी 5.38 pkr और 8.90 pkr की वृद्धि हुई। उनके दाम 132.47 रु/लीटर (केरोसिन) और 103.84 रु/लीटर (लाइट डीजल) हो गए।
लगातार बढ़ती महंगाई के बीच गरीबों को राहत देने के लिए पाक सरकार ने बीते हफ्ते ‘नान’ और ‘रोटी’ के बढ़े हुए दाम वापस लेने के लिए कहा था।देश के अलग-अलग शहरों में नान के भाव फिलहाल 12 से 15 रुपए चल रहे हैं, वहीं एक रोटी 10 से 12 रुपए में बिक रही है। सरकार के आदेश के बाद उनके भाव कम होने की उम्मीद जताई जा रही है।
बता दें कि इस वक्त पाकिस्तान बड़े आर्थिक संकट से गुजर रहा है, और उसे अपने पिछले लोन की किश्तें चुकाने के लिए नए-नए लोन लेना पड़ रहे हैं। आईएमएफ के अलावा चीन और कतर जैसे कई देशों ने उसे बेलआउट पैकेज देकर उसकी आर्थिक मदद की है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने मई महीने में पाकिस्तान को 6 अरब अमेरिकी डॉलर की मदद की थी। वहीं एक अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्था ने भी उसे करीब 99 करोड़ अमेरिकी डॉलर की मदद दी है।
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Source: bhaskar international story