मैराथन में बेइमानी: धावक शॉर्टकट लेते हैं, अपनी जगह दूसरों को दौड़ाने में भी नहीं हिचकते
बीजिंग. चीन में जैसे-जैसे मैराथन रेस की संस्कृति बढ़ी है, वैसे ही इसमें शामिल होने वाले धावकों की बेइमानी भी। आलम यह है मैराथन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन की साख गिर रही है। इसी महीने हुई बॉस्टन मैराथन में तो गलत तरीके अपनाने के लिए तीन एथलीट्स को बैन कर दिया गया। इनमें से दो ने तो मैराथन में हिस्सा लेने के लिए नकली सर्टिफिकेट्स तक दे दिए, जबकि एक ने अपना बिब नंबर (जर्सी या बनियान पर लिखा नंबर) दूसरे रनर को दे दिया था, ताकि उसके नाम के आगे रेस पूरी करने का ठप्पा लग जाए।
इस साल मार्च में हुई मैराथन में तो एक महिला ने दौड़ पूरी करने के लिए बीच में ही बाइक ले ली थी।वहीं, पिछले साल नवंबर में करीब 250 रनर्स को झाड़ियों से शॉर्टकट लेते पकड़ा गया था।
सरकार दे रही मैराथन कल्चर को बढ़ावा
चीन में बढ़ते प्रदूषण स्तर के बीच लोगों में रनिंग इवेंट्स का चलन बढ़ रहा है। बीजिंग सरकार पिछले काफी समय से लोगों को एक्टिव लाइफस्टाइल देने के मकसद से मैराथन करवा रही है। 2011 में आधिकारिक तौर पर मैराथन, हाफ मैराथन और दौड़ से जुड़ी22 प्रतियोगिताएंरखी गई थीं। वहीं, पिछले साल देशभर में रनिंग के करीब 1500 इवेंट्स रखे गए थे।
मैराथन में बेइमानी का सहारा क्यों लेते हैं एथलीट?
अधिकारियों के मुताबिक, सरकारी आयोजन होने की वजह से यह इवेंट्स लोगों के लिए स्वास्थ्य से जुड़ा न होकर दिखावटी मुद्दा बन गया है। कुछ लोग अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल चमकाने के लिए मैराथन में भाग लेते हैं, तो कुछ और लोग अपने रिज्यूमे मेंखुद को फिट दिखाना चाहते हैं, फिर चाहे उन्हें बिना तैयारी के ही मैराथन में हिस्सा लेना पड़े।
पिछले साल हाफ मैराथन में भी बैन किए गए थे 258 एथलीट
चीन के शेनजेन में हुई हाफ मैराथन पूरे देश के लिए शर्मनाक साबित हुई। इसमें हिस्सा लेने वाले 258 रनर्स को गलत तरीके से दौड़ पूरी करते पकड़ा गया। 18 रनर्स दौड़ में नकली बिबनंबर की जर्सीपहनकर उतरे, जबकि तीन लोग दूसरों की जगह हाफ मैराथन में हिस्सा लेने पहुंचे। इन सभी पर मैराथन में हिस्सा लेने से आजीवन बैन लगा दिया गया है। 237 अन्य लोगों को शॉर्टकट लेकर रेस पूरा करते पकड़ा गया। इन पर भी दो साल तक का बैन लगाया जा सकता है।
बेइमानी रोकने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है फेस रिकग्नीशन तकनीक
चीन में दालियान मैराथन या ग्रेट वॉल मैराथन अगला बड़ा इवेंट है। 18 मई को होने वाले इस मैराथन के लिए लोगों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। अधिकारियों के मुताबिक, इसमें बेइमानी रोकने के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग जैसी तकनीक का सहारा लिया जा सकता है।अधिकारियों के मुताबिक, पहली बार चीन में बड़े स्तर पर विवादित फेस रिकग्नीशन तकनीक इस्तेमाल की जाएगी, ताकि चीटिंग करने वालों की पहचान कर उन्हें सजा दी जा सके।
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Source: bhaskar international story