मौलाना आजाद ने 70 साल पहले देख लिया था पाकिस्तान का फ्यूचर
आजाद भारत के पहले शिक्षामंत्री और स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम एक जेहीन और तेजतर्रार शख्सियत के इंसान थे। 22 फरवरी 1958 को वे इस दुनिया से रुखसत हो गए। मुस्लिम लीग के मोहम्मद अली जिन्ना के सामने खड़े होने वाले कद्दावर कांग्रेसी नेता थे। जब मुस्लिम लीग भारतीय मुस्लिमों की रहनुमाई कर रही थी और पाकिस्तान बनने की तहरीक चला रही थी। तब मौलाना आजाद पाकिस्तान के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े कर रहे थे। उन्होंने एक सिरे से जिन्ना के दो कौमी नजरियात (टू नेशन थ्योरी) को खारिज कर दिया था।
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Source: bhaskar international story