यात्रियों को मूंगफली नहीं देगी कोरियन एयरलाइंस, इसी वजह से फाउंडर भी बोर्ड से बाहर किए गए
सियोल. दक्षिण कोरिया की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी कोरियन एयर के लिए मूंगफली जी का जंजाल बन गई। पांच साल पहले 2014 में मूंगफली से जुड़े विवाद के कारण कंपनी की वाइस प्रेसिडेंट हीथर चो को 12 महीने जेल की सजा सुनाई गई थी। उस विवाद का असर ऐसा रहा कि पिछले बुधवार को कंपनी के फाउंडर और हीथर के पिता चो यांग हो को बोर्ड से बाहर कर दिया गया।
इतना ही नहीं मूंगफली के कारण ही इसी महीने सियोल में दो यात्रियों को विमान में नहीं चढ़ने दिया गया। कंपनी ने आखिरकार मूंगफली से तौबा करने का फैसला कर लिया है। रविवार को कोरियन एयरलाइंस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अब यह यात्रियों को मूंगफली सर्व नहीं करेगी। कंपनी ने यह भी फैसला किया है कि वह धीरे-धीरे मेन्यू में से उस हर आइटम को बाहर कर देगी, जिसमें मूंगफली का इस्तेमाल किया गया हो।
कंपनी ने इसके पीछे कई लोगों को मूंगफली से एलर्जी होने को कारण बताया है। सियोल में जिन दो भाइयों को विमान में नहीं चढ़ने दिया गया, उन्हें भी मूंगफली से एलर्जी थी। उन्होंने कंपनी से अनुरोध किया था कि उनके आस-पास मूंगफली सर्व न की जाए। कंपनी ने इस अनुरोध को नहीं माना था और दोनों भाइयों को यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। बाद में एयरलाइन ने गलती स्वीकार करते हुए उनसे माफी मांगी और अब मूंगफली न सर्व करने का फैसला किया।
2014 में इस एयरलाइन के विमान में कंपनी की वाइस प्रेसिडेंट हीथर चो भी सवार थीं। फ्लाइट अटेंडेंट ने हीथर को मूंगफली का पैकेट सर्व किया। हीथर इस बात पर नाराज हो गई कि फर्स्ट क्लास में मूंगफली प्लेट में निकालकर सर्व किया जाना चाहिए। उन्होंने फ्लाइट अटेंडेंट को तमाचा भी जड़ दिया।
बाद में कोरियाई अदालत में इस व्यवहार के लिए उन्हें 12 महीने जेल की सजा सुनाई गई। इस घटना के बाद एयरलाइंस और हीथर की दुनियाभर में आलोचना हुई। इससे उनके पिता चो यांग हो की कंपनी में हैसियत कमजोर होती गई। पांच साल बाद पिछले बुधवार को चो को बोर्ड से बाहर कर दिया गया। चो पर अन्य आरोप भी थे, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि 2014 की घटना की उनके कंपनी के बोर्ड से बाहर होने में बड़ी भूमिका रही है।
दक्षिण कोरिया की सबसे बड़ी एयरलाइंस कंपनी कोरियन एयर का रेवेन्यू 77 हजार करोड़ रुपए (2017 के आंकड़े) है। कंपनी की फ्लीट में 166 विमान हैं। 44 देशों के 124 शहरों में इसकी सर्विस उपलब्ध है।
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Source: bhaskar international story