Deprecated: Creation of dynamic property InsertPostAds::$plugin is deprecated in /home/u782805645/domains/updateeverytime.com/public_html/wp-content/plugins/insert-post-ads/insert-post-ads.php on line 38
राष्ट्रीय पशु को मारने के लिए अमेरिकी युवक ने पाक सरकार को रिकॉर्ड 79 लाख रु दिए - Update Every Time
Deprecated: Creation of dynamic property InsertPostAds::$settings is deprecated in /home/u782805645/domains/updateeverytime.com/public_html/wp-content/plugins/insert-post-ads/insert-post-ads.php on line 427
Uncategorized

राष्ट्रीय पशु को मारने के लिए अमेरिकी युवक ने पाक सरकार को रिकॉर्ड 79 लाख रु दिए



इस्लामाबाद. अमेरिका के एक व्यक्ति ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय पशु और विलुप्त होने की कगार पर खड़े मरखोर को एक प्रतियोगिता के दौरान मारने के लिए 1 लाख 10 हजार डॉलर (करीब 79 लाख रुपए) दिए। यह प्रतियोगिता पाकिस्तान के गिलगित-बाल्तिस्तान में होती है।

  1. मरखोर एक जंगली भेड़ की तरह दिखने वाला जानवर है। यह विलुप्त होने की कगार पर है। इसे लंबे बालों और छल्लेदार सींगों से पहचाना जाता है। पाकिस्तान में इसे मारना गैर-कानूनी है, लेकिन सरकार एक प्रतियोगिता (ट्रॉफी हंटिंग) के दौरान इन्हें मारने की इजाजत देती है।

  2. डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक- अमेरिकी नागरिक ब्रायन किंसेल हरलान ने गिलगित के सासी-हरमोश संरक्षित इलाके में मरखोर को मारने के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाई।

  3. गिलगित-बाल्तिस्तान वन्यजीव विभाग के मुताबिक, हरलान ने संरक्षण प्रोग्राम के तहत मरखोर को मारने के लिए 1 लाख 10 हजार डॉलर चुकाए। हरलान ने कहा- यह बहुत आसान था। मैंने काफी पास से निशाना लगाया। ट्रॉफी लेकर मैं बहुत खुश हूं।

  4. 21 जनवरी को एक अन्य अमेरिकी नागरिक डायंडा क्रिस्टोफर एंटनी ने मरखोर को मारने के लिए 1 लाख 5 हजार डॉलर चुकाए थे। इससे पहले अमेरिका के ही जॉन अमिसतोसो ने मरखोर मारने के लिए एक लाख डॉलर दिए थे।

  5. गिलगित क्षेत्र में 2018 सेअब तक करीब 50 वन्यजीवों का शिकार विदेशी और स्थानीय शिकारियों द्वारा किया गया है। अफसरों के मुताबिक, शिकार कार्यक्रम क्षेत्र में समृद्धि लाने के साथ-साथ मरखोर की संख्या बढ़ाने में भी सफल रहा है।

  6. अधिकारी परमिट राशि का 80% हिस्सा संबंधित स्थानीय समुदायों को सौंप देते हैं, जबकि शेष सरकारी खजाने में जाता है। स्थानीय लोग अब जानवरों को मारने की बजाय उनकी रक्षा के लिए काम करते हैं, क्योंकि इसकी संख्या में भारी कमी आई है।

    1. Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


      पाकिस्तान का राष्ट्रीय पशु मरखोर।

      Source: bhaskar international story