सड़क पर कार की तरह दौड़ेगा ड्राइवरलेस होटल, 10 घंटे तक का सफर तय कर सकेंगे
न्यूयॉर्क. अब जल्द ही आप चलते-फिरते होटल में सफर कर सकेंगे। टोरंटो का एप्रिली डिजाइन स्टूडियो ऑटोनॉमस ट्रेवल सुइट (एटीएस) तैयार करने में जुटा है। कारनुमा इस होटल को चलाने के लिए किसी ड्राइवर की जरूरत भी नहीं होगी। कंपनी का दावा है कि व्यक्ति की यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे। इस चलते फिरते होटल से आप 10 घंटे की यात्रा कर सकेंगे।
स्टूडियो के मालिक स्टीव ली का कहना है कि रेडिकल इनोवेशन के लिए हम अवॉर्ड जीत चुके हैं। स्वागत-सत्कार वाले उद्योग मसलन होटल व्यवसाय में डिजाइन को लेकर काफी प्रतियोगिता है। आने वाले वक्त में वही टिक पाएगा जो बेहतर तकनीक से कस्टमर को संतुष्ट करने में सक्षम होगा। ली के मुताबिक, मैं खुद एक आर्किटेक्ट हूं। मैं मानता हूं कि कार को महज एक व्हीकल नहीं एक मोबाइल रूम की तरह होना चाहिए।
मोबाइल होटल में वो सारी सुविधाएं जो आप चाहते हैं
ली बताते हैं कि एटीएस को एक व्यक्ति, कपल और फैमिली के हिसाब से डिजाइन किया जाएगा। इसमें आप अपना पालतू जानवर भी ले जा सकेंगे। इसमें स्लीपिंग स्पेस, बाथरूम के अलावा वर्कस्पेस, किचन और एंटरटेनमेंट जोन की सुविधाएं भी मिलेंगी। एंटरटेनमेंट जोन में आप फिल्में और गेम खेल सकेंगे। होटल की खिड़कियां पैनारोमिक ग्लास की होंगी जो बटन दबाते ही खुल जाएंगी। एटीएस एक ऐप से कंट्रोल होगा।
चलने-रुकने की जगह डालनी होगी
एटीएस ड्राइवरलेस होगा। लिहाजा इसे चलाने के लिए आपको यात्रा शुरू और खत्म करने वाली जगह डालना होगी। अगर आप बीच में कहीं और मसलन मार्केट, जिम, रेस्त्रां में रुकना चाहते हैं जो उन्हें भी डाल दीजिए। आपका सुइट इन जगहों पर अपने आप रुक जाएगा। ली कहते हैं कि एटीएस व्हीकल मेंटेनेंस, पानी की उपलब्धता और कचरे के निदान के लिए भी बेहतर साबित होगा।
बैटरी कम हुई तो रास्ते में ही बदल दी जाएगी
एटीएस बैटरी से चलेगा। अगर बैटरी कम हुई तो सर्विस व्हीकल द्वारा रास्ते में ही बदल दी जाएगी। अगर आप पूरी रात के लिए होटल में रुकना चाहते हैं तो जिम, रेस्त्रां, और मीटिंग रूम की सुविधाएं भी मिलेंगी। मोबाइल होटल सबसे पहले उन शहरों के लिए शुरू किया जाएगा जो 8 से 10 घंटे की दूरी पर हैं। लिहाजा ये फैसिलिटी न्यूयॉर्क, पिट्सबर्ग, बोस्टन और वॉशिंगटन डीसी में शुरू होगी।
10 साल में लॉन्च हो सकता है
एटीएस कब लॉन्च होगा, इस सवाल पर ली कहते हैं कि कंपनियां 2021 तक सेल्फ-ड्राइविंग कार बना सकती हैं। लेकिन हमें कार में कई सारी चीजों व्यवस्थित करनी हैं और उसे रोड पर चलने लायक बनाना है। लिहाजा इसमें कम से कम 10 साल का वक्त लग सकता है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story