4 देशों में अमेजन के कर्मचारियों ने जताया विरोध, कहा- हालात सुरक्षित नहीं और वेतन भी कम
मैड्रिड. ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के वेयरहाउस में काम करने वाले कर्मचारियों ने शुक्रवार को विरोध जताया। इटली, जर्मनी, स्पेन और यूके में प्रदर्शन हुए। अमेजन के कर्मचारियों का कहना है कि वेयरहाउसेज में काम के लिए हालात सुरक्षित नहीं हैं और सैलरी भी कम है। उन्होंने इसे अमानवीय बताया है। शुक्रवार को ही अमेजन के हॉलिडे शॉपिंग सीजन ब्लैक फ्राइडे की शुरुआत हुई। यूके की ट्रेड यूनियन जीएमबी की ओर से ब्लैक फ्राइडे पर विरोध जताने का फैसला लिया गया था।
जीएमबी ने सूचना की स्वतंत्रतता कानून के तहत हासिल जानकारी के आधार पर अमेजन पर आरोप लगाए। इसके मुताबिक पिछले 3 साल में अमेजन के वेयरहाउसेज में 600 बार एंबुलेंस बुलानी पड़ी।
जीएमबी के जनरल सेकेट्री टिम रोएचे ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा था कि ‘अमेजन के स्टोर्स में कर्मचारियों के साथ हादसे हो रहे हैं। उनकी हड्डियां टूट जाती हैं, वो बेहोश हो जाते हैं। अब बहुत हो चुका, हम आवाज उठाएंगे। कर्मचारियों की वजह से ही अमेजन कमाई कर रहा है। लेकिन, उनका भी घर परिवार है। उन्हें भी कई तरह के जरूरी बिल चुकाने पड़ते हैं, वो रोबोट नहीं हैं।’
समाचार पत्र गॉर्जियन के मुताबिक यूके के रुग्ले शहर में स्थित वेयरहाउस में 115 बार एंबुलेंस बुलाई गई। वहां 1,800 से 2,000 तक कर्मचारी काम करते हैं। जबकि, ग्रॉसरी कंपनी टेस्को के स्टोर में 8 बार ही एंबुलेंस की जरूरत पड़ी। वहां 1,300 कर्मचारियों का स्टाफ है।
समाचार पत्र गॉर्जियन के मुताबिक यूके के रुग्ले शहर में स्थित वेयरहाउस में 115 बार एंबुलेंस बुलाई गई। वहां 1,800 से 2,000 तक कर्मचारी काम करते हैं। जबकि, ग्रॉसरी कंपनी टेस्को के स्टोर में 8 बार ही एंबुलेंस की जरूरत पड़ी। वहां 1,300 कर्मचारियों का स्टाफ है।
अमेजन ने कर्मचारियों के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि यूके में कंपनी ने अच्छे वेतन वाले 25 हजार जॉब दिए। यूरोप का फुलफिलमेंट नेटवर्क अच्छी तरह काम कर रहा है। हमारी सभी साइट्स पर काम करने के लिए परिस्थितियां सुरक्षित हैं।
कंपनी ने दावा किया कि यूके के अधिकारी खुद कह चुके हैं कि वहां की ट्रांसपोर्टेशन और वेयरहाउस कंपनियों के मुकाबले अमेजन में हादसों की संख्या 40% कम है। अमेजन का यह भी कहना है कि उसके सेंटर्स पर आकर कोई भी वेतन और काम की स्थितियों की तुलना कर सकता है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story