आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के लाखों निवेशकों को जमा राशि डूबने का डर, लिक्विडेटर नियुक्त
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सेंट्रल रजिस्ट्रार ने सोसायटी को वाइंडअप करने के दिए निर्देश
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जोधपुर की 8 ब्रांच में सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपए हैं जमा
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निवेशक अपनी ही जमा पूंजी लेने के लिए चक्कर पे चक्कर लगा रहे हैं
जोधपुर. आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी को सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ को-ऑपरेटिव की ओर से वाइंडअप करने के निर्देश जारी चुके हैं। इससे निवेशकों के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ गई हैं। कारण कि सोसायटी में निवेश करने वालों की करोड़ों रुपए की जमा पूंजी के डूबने का भय सता रहा है। केंद्रीय रजिस्ट्रार ने मामले पर निगरानी करने के लिए एक लिक्विडेटर भी नियुक्त किया है। वहीं सोसायटी की ओर से मुकेश मोदी के पक्ष में निवेशकों से शपथ पत्र भरवाए जा रहे हैं।
दरअसल आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के फाउंडर के गिरफ्तार होने के बाद निवेशकों की चिंताएं बढ़ गई हैं। गत छह माह से निवेशकों को पैसा नहीं मिल रहा है।निवेशक अपनी ही जमा पूंजी लेने के लिए चक्कर पे चक्कर लगा रहे हैं। कभी टालमटोल करके तो कभी कुल जमा पूंजी का एक अंश देकर निवेशकों को रवाना कर दिया जाता है पर पूरी पूंजी नहीं दी जा रही है, भले ही अवधि पूरी हो चुकी हो। इससे निवेशकों में जमा पूंजी के डूबने का डर बढ़ता जा रहा है।
वहीं गत एक-दो माह से सोसायटी के एजेंटों ने निवेशकों से प्रति माह लेने वाली किस्त भी लेना बंद कर दिया है।
सोसायटी निवेशकों से भरवा रही शपथ पत्र
आदर्श क्रेडिट सोसायटी में निवेश करने वालों से एक शपथ पत्र भरवाया जा रहा है, जिसमें मोदी के पक्ष में अपील की गई है, ताकि उन्हें राहत मिल सके। इसके लिए एजेंट के मार्फत सभी निवेशकों के पास शपथ पत्र भिजवाया जा रहा है।
मुकेश मोदी को सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस एसएफआईओ की ओर से गिरफ्तार किया गया था। इसमें ये आरोप लगे थे कि सोसायटी में आए धन को गलत इस्तेमाल कर अपने जान-पहचान वालों और उनकी फर्म को लोन दे दिया। जबकि जांच में पता चला कि जिन्हें लोन दिया गया है, उन्होंने कोई बिजनेस ही नहीं किया। इसलिए केंद्रीय रजिस्ट्रार ने एसएफआईओ के एक पूर्व आईएएस एचएस पटेल को लिक्विडेटर नियुक्त किया है।
Source: bhaskar.com