कोरोनाकाल में कांग्रेस सरकार की भूमिका
देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से पैर पसार रहे हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों की कतार में राजस्थान भी शामिल है जहां संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। यह संक्रमण एक बार फिर राज्य सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य सरकार हर संभवन प्रयास कर रही है। अब कोरोना संक्रमण की कमर तोड़ने के लिए खुद कांग्रेस सरकार मैदान में उतरी है।
पीसीसी मुख्यालय में बनाया कंट्रोल रूम
कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी जी ने प्रदेश की कोरोना स्थिति पर चिंता जताई और कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिये। सोनिया जी के निर्देशों पर अमल करते हुए प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कांग्रेस मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया है। इस कंट्रोल रूम में 24 घंटे कांग्रेस के पदाधिकारी जन सेवा में तैनात रहेंगे। यह कोरोना संक्रमित मरीजों और उनके परिजनों को चिकित्सा, दवा सहित अन्य सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने में मदद करेगा। इस कंट्रोल रूम में आमजन इस 01412361355 नम्बर पर संपर्क कर सकेंगे।
जन सहायता केंद्रों की स्थापना
कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए कांग्रेस सरकार ने ब्लॉक एवं नगर स्तर पर कोरोना सहायता केंद्र खोलने के आदेश दिये हैं। जो क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व सरकारी डिस्पेंसिरियों से समन्वय स्थापित कर कोरोना प्रभावित व्यक्तियों के उपचार एवं अन्य संबंधित सहायता मुहैया कराएंगे।
18+ आयु वालों के लिए फ्री वैक्सीनेशन
राज्य सरकार ने संवेदनशीलता का एक और उदाहरण पेश किया है। 18 साल से अधिक आयु वालों का 1 मई से लगने वाली वैक्सीन राज्य में फ्री कर दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस फैसले ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कांग्रेस सरकार आमजन के हितों की सरकार है जो सिर्फ जनता हित में फैसले लेती है।
ब्लॉक और नगरीय स्तर पर बनेंगे नियंत्रण कक्ष
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व राजस्थान प्रभारी अजय माकन के नेतृत्व में हालिया हुई वर्चुअल मीटिंग में सभी जिलाध्यक्षों को महामारी नियंत्रण कक्ष तथा हेल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए है।
राज्य में कांग्रेस सरकार बनने के कुछ समय बाद ही कांग्रेस सरकार को प्रदेश में कोरोना चुनौती के रूप में मिला। मगर राज्य सरकार के अधक प्रयासों का ही परिणाम रहा कि प्रदेशवासियों को कोरोना की पहली लहर के दुष्परिणाम देखने को नहीं मिले। राज्य सरकार ने जल्द ही अपने दम पर प्रदेश भर में कोरोना पर नियंत्रण पा लिया। सरकार द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना भी खूब हुई। केंद्र सरकार ने भी मुख्यमंत्री के द्वारा उठाये गये प्रयासों को ना सिर्फ सराहा बल्कि अन्य राज्यों को भी अमल में लाने की सलाह दी।
एक बार फिर राज्य सरकार कोरोना की दूसरी लहर से लड़ने को तैयार है और उम्मीद है कि इस बार भी कांग्रेस सरकार अपने प्रयासों और फैसलों से देशभर में एक मिसाल बनाएगा।