how to remember what you read
- पढ़ी हुई चीज को कैसे याद रखें
आज के युग में पढ़ाई करना हमारे भविष्य के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है कुछ लोग मानते हैं की पढ़े हुए को याद रखना सबके लिए आसान नहीं रहता लेकिन यह सच नहीं है याद करने क्षमता गॉड गिफ्टेड नहीं होती इसे कोई भी बढ़ा सकता है यहाँ हम बता रहे हैं ऐसे ही कुछ टिप्स जो आपकी याद रखने की क्षमता को बढ़ा देगी|
1. उत्सुकता को बढ़ाएं:-
जब भी पढ़ाई करने बैठे तो जो हम पढ़ रहे हैं उसके प्रति उत्सुक रहे हमारे साथ ज्यादातर होता है कि हम चीजों को पढ़ने बैठ जाते हैं पर उनमें रुचि लेना जरूरी नहीं समझते हैं जो बहुत गलत बात है हमें अक्सर वही चीजें अच्छी लगती है जिसमें हमें रूचि हो इसलिए यह बहुत जरूरी है कि पढ़ते समय हमेशा इंटरेस्ट लेकर पढ़ें|
2. खुद को पढ़ाये-:
आपने कुछ पढ़ा तो उसे खुद को दर्पण के सामने खड़े होकर समझाने की कोशिश करें। इसका हमें पहला फायदा तो यह होगा कि जो हम पढ़ रहे हैं वह हमें जल्दी समझ में आएगा और दूसरा फायदा यह होगा कि इससे हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ जाएगा। पढ़ाने के दौरान हमारी सेंस ऑर्गन अच्छी तरह काम कर रही होती है|
3. रिवीजन करें:-
जब हम किसी विषय को पढ़ते हैं तो लंबे अंतराल तक वह चीज हमें याद नहीं रहती जिस से बचने के लिए हमें बीच-बीच उस विषय का रिवीजन करना चाहिए। जब हम किसी विषय की पुनरावृति करते हैं तो उससे हमारी जल्दी याद करने की क्षमता में वृद्धि होती है। इसमें इसमें आपको शुरुआत में परेशानी आ सकती है लेकिन धीरे-धीरे कुछ अभ्यास के बाद आपको एक बार कुछ भी पड़ने पर याद रहेगा वह भी लंबे समय तक।
4. नोट्स बनाएं:-
कई बार समय कम होने पर स्टूडेंट अपने साथियों के नोट्स ही पढ़ते हैं जो एक गलत तरीका है दूसरों के बनाए नोट से हमें उन्हें समझने में परेशानी होती है तथा समय भी ज्यादा लगता है इसलिए अपने नोट्स खुद बनाने चाहिए जिससे हमें पढ़ने में आसानी होती है और हमें याद भी रहता है|नोट्स लिखते समय यह ध्यान रखिए कि वह विषय से संबंधित हो कई बार हम यह गलती कर देते हैं कि नोट्स में अतिरिक्त चीजें जोड़ देते हैं जिससे कि हमें याद करने में परेशानी होती है|
5. पढ़ाई के दौरान लेते रहे ब्रेक:-
6. निरंतरता:-
पढ़ाई निरंतर की जाने वाली एक प्रक्रिया है यह हमें तब आसान लगती है जब हम इसे निरंतर करते हैं किसी काम को करना और किसी काम को लगातार करना इन दोनों में फर्क होता है क्योंकि अगर आप किसी काम को 1 बार करेंगे तो वह आपको इतनी अच्छी तरह से कभी नहीं आएगा लेकिन जब आप उसी काम को लगातार करते हैं तो आपकी आदत बन जाती है और आपका वह काम अच्छा लगने लगता है इसी प्रकार से पढ़ाई भी है अगर आप निरंतर पढ़ाई करेंगे तो यह आपको अच्छी लगने लगेगी और अगर आपसे जरूरत पड़ने पर यह कभी-कभी करेंगे तो आपको बिल्कुल अच्छी नहीं लगेगी