अखबार में लिपटी मिलीं टीपू की 250 साल पुरानी निशानियां, नीलामी में मिल सकते हैं करोड़ों रुपए
लंदन. ब्रिटेन के एक पति-पत्नीरातों-रात करोड़पति हो गए। दरअसल उन्हें अपने घर में अखबार में लिपटी हुई टीपू सुल्तान की कुछ चीजें मिलीं। 1799 में अंतिम आंग्ल-मैसूर युद्ध में टीपू की हार हुई थी। इसके बाद उनकी चीजों को ब्रिटेन ले जाया गया था। टीपू के सामान की ऑक्सफोर्डशायर के मिल्टन हाउस होटल में 26 मार्च को नीलामी होगी।
टीपू का यह खजाना तत्कालीन ईस्ट इंडिया कंपनी के मेजर थॉमस हार्ट ब्रिटेन ले गए थे। इसमें टीपू की बंदूक, चार तलवारें, एक ढाल, टीपू की मुद्रा वाली अंगूठी और एक सुपारी रखने की डिब्बी शामिल है।
टीपू की यह कीमती धरोहर सालों से बर्कशायर में रहने वाले हार्ट के परिवार के पास रहीं। परिवार को इसकी कीमत के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। 2016 में टीपू के अन्य सामानों की नीलामी 6 मिलियन पाउंड (करीब 55 करोड़ रुपए) में हुई थी।
नीलामीकर्ता एंथनी क्रिब के मुताबिक- परिवार के पास टीपू की जो धरोहर है, उसकी कीमत बताना तो मुश्किल है लेकिन पहले बेची गई चीजों के मुकाबले इसका महत्व ज्यादा है। जब मैंने पहली बार बंदूक देखी तो चकाचौंध हो गया। यह जिंदगी में एकाध बार होने वाला मामला है।
क्रिब कहते हैं, “टीपू के सामान पर फिलहाल जिनका मालिकाना है, वे एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। ये चीजें काफी महंगी हैं। आप कह सकते हैं कि उनकी तो लॉटरी लग गई।”
मैसूर में हैदर अली के बाद टीपू शासक बना। उसके फ्रांसीसियों से बेहतर संबंध थे। वह फ्रांस के जैकोबिन क्लब का भी सदस्य था। एक ब्रिटिश जासूस ने नेपोलियन द्वारा टीपू को भेजा एक पत्र पकड़ा था जिसमें अंग्रेजों के खिलाफ गठबंधन करने की बात कही गई थी। इसके बाद ही ईस्ट इंडिया कंपनी ने उसके खिलाफ जंग छेड़ दी।
1799 में अंतिम युद्ध के बाद ब्रिटिश सेनाओं ने मैसूर शहर और टीपू के महल को तहस-नहस कर दिया और खजाना-सैन्य साजोसामान लूटकर ले गए।
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Source: bhaskar international story