अमेरिकी संसद में पिचाई का सामना भारतीय मूल की प्रमिला से हुआ, बोलीं- आप अच्छा काम कर रहे हैं
वॉशिंगटन. गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई (46) डेटा प्राइवेसी पर जवाब देने के लिए मंगलवार को अमेरिकी संसद के सामने पेश हुए। यहां उनका सामना भारतीय मूल की पहली अमेरिकी महिला सांसद प्रमिला जयपाल (53) से हुआ। सवाल-जवाबों के बीच निजी बातचीत भी हुई। प्रमिला ने पिचाई की तारीफ की।
प्रमिला ने कहा, “मैं भी भारत के उस राज्य में जन्मीं हूं जहां आपका जन्म हुआ। मैं उत्साहित हूं कि आप एक अमेरिकी कंपनी को लीड कर रहे हैं। अप्रवासियों ने इस देश के लिए महान योगदान दिया है और आप इस सिलसिले को आगे बढ़ा रहे हैं। थैंक यू मिस्टर पिचाई।”
प्रमिला और पिचाई तमिलनाडु से हैं। दोनों का जन्म चेन्नई में हुआ था। प्रमिला पढ़ाई के लिए अमेरिका गई थीं। वो भारतीय मूल की पहली अमेरिकी महिला सांसद हैं। पिचाई ने साल 2004 में गूगल ज्वॉइन की। 11 साल बाद 2015 में वो कंपनी के सीईओ बन गए।
अमेरिकी संसद में पिचाई से पूछताछ के दौरान प्रमिला ने यौन उत्पीड़न और नफरत फैलाने वाले बयानों के संबंध में सवाल किए। उन्होंने पिचाई से पूछा, “क्या आप मानवाधिकार पर संयुक्त के उच्चायुक्त के इस आंकलन से सहमत हैं कि रोहिंग्या जाति के खिलाफ नफरत फैलाने में सोसश मीडिया की भूमिका रही। नफरत फैलाने वाले बयानों से निपटने में गूगल कितना सक्षम है?”
पिचाई ने जवाब दिया कि नफरत फैलाने वाले बयानों से निपटने के लिए हमें अहम जिम्मेदारी का अहसास है। हम इसे साफ तौर पर हिंसा को बढ़ावा देने वाला मानते हैं। यह ऐसा मुद्दा है जिस पर काफी सख्ती बरतने की जरूरत है। इस बारे में हमने अपनी नीतियों में साफ-साफ जिक्र किया है। हमने नीतियों को प्रभावी बनाने के लिए काफी सुधार किया है और यह प्रक्रिया जारी है।
प्रमिला ने उत्पीड़न के शिकार कर्मचारियों के लिए कंपनी की मध्यस्थता (आर्बिट्रेशन) अनिवार्य होने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जो एंप्लॉयी पहले की परेशान है उसे और परेशान करना अन्याय है।
पिचाई ने कहा कि गूगल के आर्बिट्रेशन एग्रीमेंट में निजी जानकारी देने का कोई प्रावधान नहीं है। यौन उत्पीड़न के मामलों में हम आर्बिट्रेशन पॉलिसी में बदलाव कर चुके हैं। ऐसे मामलों में पीड़ित कर्मचारी चाहें तो सीधे कोर्ट जा सकते हैं। इस मामले में हम आगे भी सुधार करेंगे। इस बारे में मुझे कर्मचारियों से पर्सनल फीडबैक भी मिला है।
सवाल-जवाबों के दौरान सांसद कीथ रॉथफस ने प्रमिला और पिचाई दोनों की तारीफ करते हुए कहा कि दोनों सफल अप्रवासी भारतीय हैं। पिचाई के लिए उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि आप इस कमेटी के सामने हो, लेकिन इस बात की भी खुशी है कि आप हमारे देश में हो। आप सफल हैं और मैं आपके बारे में कल्पना करता हूं कि भारत में बैठे टीनएजर की तरह आपने भी कभी ऐसा नहीं सोचा होगा। आप यहां आए, इसके लिए शुक्रिया। उम्मीद है कि आगे भी आप जांच कमेटी को सहयोग देते रहेंगे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: bhaskar international story