पहली बार अंतरिक्ष में सिर्फ महिलाएं करेंगी स्पेस वॉक, 7 घंटे तक स्पेस स्टेशन से बाहर रहेंगी
वॉशिंगटन. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) से पहली बार दो महिला एस्ट्रोनॉट्स स्पेस वॉक करेंगी। यह स्पेसवॉक 29 मार्च को होगा। नासा ने भी इसकी पुष्टि की है।
जिन दो एस्ट्रोनॉट्स को स्पेसवॉक में हिस्सा लेना है, उनमें से एक एन मैक्क्लेन (59) और क्रिस्टीना कोश हैं। इन दोनों को गाइडेंस और सपोर्ट कनाडा स्पेस एजेंसी की फ्लाइट कंट्रोलर क्रिस्टन फैसिओल देंगी। क्रिस्टन जल्द ही नासा के ह्यूस्टन स्थित जॉनसन स्पेस सेंटर में जॉइन करेंगी।
हाल ही में क्रिस्टन ने ट्वीट किया था- पहली बार दो महिलाएं स्पेसवॉक करने वाली हैं। उन्हें सपोर्ट करने का जिम्मा मुझे सौंपा गया है। मैं अपनी खुशी छिपा नहीं पा रही।
नासा की प्रवक्ता स्टीफेनी शीयरहोल्ज ने बताया कि अब तक के शेड्यूल के मुताबिक 29 मार्च को स्पेसवॉक किया जाएगा। ये पहली बार है कि स्पेसवॉक में सभी महिला एस्ट्रोनॉट्स ही होंगी। ऐन 22 मार्च को निक हेग के साथ एक स्पेस वॉक में हिस्सा लेंगी। महिला स्पेसवॉकर्स के अलावा लीड फ्लाइट डायरेक्टर मैरी लॉरेंस और जैकी कैगी फ्लाइट कंट्रोलर होंगी।
नासा के मुताबिक- मैक्क्लेन और कोश का स्पेसवॉक 7 घंटे का रहेगा। दोनों 2013 के एस्ट्रोनॉट क्लास का हिस्सा थीं। इसमें आधे से ज्यादा महिलाएं थीं। इस दौरान नासा को एस्ट्रोनॉट्स के लिए दूसरी बार सबसे ज्यादा आवेदन (6100) मिले थे। नासा में 50% फ्लाइट डायरेक्टर्स महिलाएं हैं।
नासा का कहना है कि स्पेसवॉक कई वजहों से किया जाता है, जिसमें स्पेसक्राफ्ट की मरम्मत, वैज्ञानिक प्रयोग और फिर नए उपकरणों का परीक्षण होता है। अंतरिक्ष में मौजूद बिगड़े सैटेलाइट या स्पेसक्राफ्ट को धरती पर लाने की बजाय वहीं ठीक करने के लिए स्पेसवॉक की जाती है।
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Source: bhaskar international story