राष्ट्रपति का फरमान- काहिरा की इमारतें एक रंग की हों, नहीं तो जिम्मेदारों को हो सकती है सजा
काहिरा. राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के निर्देश पर अमल करते हुए मिस्र की सरकार ने भवनों को एक रंग में रंगने की कवायद शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री मोस्तफा मेडबोली ने कैबिनेट की बैठक में कहा कि मार्च तक भवनों को एक जैसा रूप नहीं दिया गया तो जिम्मेदार कर्मचारियों और मकान मालिकों को सजा दी जा सकती है। राष्ट्रपति का आदेश है कि काहिरा के सारे भवनों पर मटमैला रंग हो, जबकि तटीय इलाके के घर नीले रंग के हो।
शहरी योजना के विशेषज्ञ डेविड सिम्स कहते हैं कि मिस्र में ज्यादातर घर रेड ब्रिक से बने हैं। इन्हें पेंट करना राष्ट्रीय परियोजना है। गांवों में ज्यादातर घर लाल ईंटों से बने हैं, वहीं शहरों में लाल ईंटों से बने आधे से ज्यादा भवन गैरकानूनी हैं।
मिस्र की सरकार सख्त फैसलों से पहले ही बदनाम है। जरूरी चीजों पर सब्सिडी में कटौती, मौन विरोध जताने वाले हजारों लोगों की गिरफ्तारी के फैसले जनता को रास नहीं आए हैं। गरीबों को शहरों से बाहर भेजने का फैसला भी सरकार को बदनाम करने वाला है। अवैध कॉलोनियों को भी सरकार इसी साल खत्म करना चाहती है।
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Source: bhaskar international story